4 फरवरी को दर्ज हुआ था मामला
दरअसल, इसी साल 4 फरवरी को मालवानी थाने में क्राइम ब्रांच ने राज कुंद्रा के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या- 103/2021 दर्ज कराया था, जिसमें उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 292, 293, 420, 34 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत धारा 67, 67ए व अन्य संबंधित धाराएं लगाई गई थीं.
ये है पूरा मामला
मुंबई क्राइम ब्रांच की प्रॉपर्टी सेल ने एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. जिसमें पोर्न फिल्म प्रोडक्शन कंपनी, फिल्म इंडस्ट्री में ब्रेक देने के बहाने युवा और जरूरतमंद महिलाओं के अश्लील वीडियो बनाती है. इस केस में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जिनमें से दो पुरुष अभिनेता के रूप में काम करते थे, जबकि एक लाइट-मैन के तौर पर काम करता था. इसके अलावा अन्य दो महिलाएं फोटोग्राफर, वीडियोग्राफर और ग्राफिक डिजाइनर के रूप में काम करती थीं. दरअसल कई लड़कियों में फिल्म इंडस्ट्री यानी बॉलीवुड में काम करने की प्रबल इच्छा होती है. पूरे भारत से लड़कियां मायानगरी मुंबई आती हैं. लेकिन मुंबई में कई ऐसे गिरोह सक्रिय हैं, जो अपने फायदे के लिए इन लड़कियों का दुरुपयोग करते हैं. ये गिरोह लड़कियों और महिलाओं से समझौते करवाता है और उनके अश्लील वीडियो बनाता है.
जरूरतमंद लड़कियों को अपना शिकार बनाते थे
मुंबई के उपनगरों और कई इलाको में बंगले किराए पर लिए जाते हैं, जहां अश्लील वीडियो फिल्में शूट की जाती हैं और बाद में उन फिल्मों को अश्लील साइटों और मोबाइल ऐप पर अपलोड किया जाता है. ये शातिर गिरोह जरूरतमंद लड़कियों को अपना शिकार बनाते हैं और इस तरह के वीडियो को पोर्न वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर अपलोड करके लाखों रुपये कमाते हैं.
इस धंधे में शामिल पोर्न प्रोडक्शन हाउस और कंपनियां लाखों की कमाई करती हैं. वे पोर्न वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर ऐसे वीडियो अपलोड करते हैं, जिनसे उन्हें अच्छा पैसा मिलता है. वे पहले किसी प्रोडक्शन हाउस के तहत शॉर्ट फिल्म, वेब सीरीज, टीवी सीरियल में काम देने के बहाने नौजवान और जरूरतमंद लड़कियों को अपने जाल में फंसाते हैं. फिर उनसे वादा करते हैं कि अगर वे सफल होते हैं तो उन्हें सीधे बड़े बजट की बॉलीवुड फिल्मों में ब्रेक मिलेगा.